
सवाल ये नहीं की तुझे कोई समझा क्यूं नही,
क्यूं की तेरी सख्शीयत उनके सोच के परे है..
सवाल ये नहीं की तेरे जज्बातों को किसीने सुना क्यूं नही,
क्यूं की वो मसरूफ है दिखावे में, की एहसास उनके समझ के परे है…
तू क्या है ये तू खुद है जानता..
तेरी काबिलियत ये दुनिया है मानता..
एक दफा तू नजर उठा के देख,
उन लोगों के भीड़ में कुछ अपने तेरे खुशियों से मुस्कुराते हैं….
माना के ये दुनिया बस जरूरत पे ही है टीका, मगर कुछ अपनो की जरूरत तेरे ख्वाइशों से हैं….
✍🏻 Prabhamayee Parida
Your writing is awesome… 👌👌
LikeLiked by 1 person
Thank you so much
LikeLike