अब भी दुनिया में कुछ लोग ऐसे मिलते हैं,जो तुम्हे अपने हुनर से रूबरू कराते हैं,फरिश्ते बनकर तुम्हारी ज़िंदगी भी सवार दे..और खुद पर यकीन रखने की हिम्मत भी जगा दे.. अकसर ये लोग होते हैं पल भर के मेहमान,मगर ज़िंदेगी भर के लिए यादें छोड़ जाते हैं…शायद कोई मिले ना उस जैसा, जो उसकीContinue reading “Faristey”
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Self-assessment
सवाल ये नहीं की तुझे कोई समझा क्यूं नही,क्यूं की तेरी सख्शीयत उनके सोच के परे है..सवाल ये नहीं की तेरे जज्बातों को किसीने सुना क्यूं नही,क्यूं की वो मसरूफ है दिखावे में, की एहसास उनके समझ के परे है… तू क्या है ये तू खुद है जानता..तेरी काबिलियत ये दुनिया है मानता.. एक दफाContinue reading “Self-assessment”
कश्मकश ज़िंदगी की
आज वक्त के लहरों में खुद को झांका,तकदीर के खोज में कहीं कुछ बदला तो नहीं…गुजरासा वक्त और बदले हालात में,इम्तिहान मेरा तब भी था और आज भी है यहीं… यादों की धागे में खुद को बांधने की आदत जो है,ज़िंदगी के बदलाव में खुद को ढालने की मशक्कत भी है..एक पल में महफिल तोContinue reading “कश्मकश ज़िंदगी की”
Life – An Untold story
Truth & Lie
Portrayed my thoughts into Poetry after watching a “Web Series – illegal…” सच झूठ के इस जंग में,सच कहां जीत पाया है…सच को सच साबित करने में,किसी ने मौत को गले लगाया है… झूठी ज़िंदगी और दिखावे का रुतबा,बदल गया है फितरत भला किसे करे शिकवा.. ना कर वक्त बरबाद अपना ,झूठ को बेनकाब करनेContinue reading “Truth & Lie”